📖पवित्र बाईबल में पतरस ने बताया "अच्छे दिन" का सही अर्थ📖
पिछले लगभग एक वर्ष से सुनता आ रहे हैं "अच्छे दिन" आएंगे, मगर यह खोखली बातें ही निकली,
परन्तु जब बाईबल को पढ़ा तब "अच्छे दिन" का सही अर्थ समझ मे आया।
"जो कोई जीवन की ईच्छा रखता है, और "अच्छे दिन" देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से और अपने होठों को छल की बातें करने से रोके रहे।" (1पतरस-3:10)
यदि हम अपनी पाँच ज्ञानेंद्रियों मे से एक (जीभ) को आत्मा के नौ फलों मे से एक (संयम) के द्वारा अपने वश मे रखेंगे तो "अच्छे दिन" हमारे दरवाजे पर खड़े हैं आवश्यकता है उन "अच्छे दिनों" का स्वागत करने की।
(भजन-34:12-14)
प्रभु यीशु आपको "अच्छे दिनों" और अपनी उत्तम आशीषों से परिपूर्ण करे।
आमेन्
पिछले लगभग एक वर्ष से सुनता आ रहे हैं "अच्छे दिन" आएंगे, मगर यह खोखली बातें ही निकली,
परन्तु जब बाईबल को पढ़ा तब "अच्छे दिन" का सही अर्थ समझ मे आया।
"जो कोई जीवन की ईच्छा रखता है, और "अच्छे दिन" देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से और अपने होठों को छल की बातें करने से रोके रहे।" (1पतरस-3:10)
यदि हम अपनी पाँच ज्ञानेंद्रियों मे से एक (जीभ) को आत्मा के नौ फलों मे से एक (संयम) के द्वारा अपने वश मे रखेंगे तो "अच्छे दिन" हमारे दरवाजे पर खड़े हैं आवश्यकता है उन "अच्छे दिनों" का स्वागत करने की।
(भजन-34:12-14)
प्रभु यीशु आपको "अच्छे दिनों" और अपनी उत्तम आशीषों से परिपूर्ण करे।
आमेन्
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