Thursday, January 28, 2016

एक औरत और उसका सिक्का

इस्राएल में एक शादीशुदा औरत यह 10 सिक्को वाला हार माथे पे पहनती थी, यह एक सुहागन की निशानी भी होता था! और यह औरत के इज्जत और सम्मान का चिन्ह था, 

जब कोई औरत अपने पतिवर्ता के धर्म को तोडती, किसी गैर आदमी से भ्रष्ट हो जाती थी, तो उसका एक सिक्का माथे से उतार लिया जाता था, और उसे घर से निकाल दिया जाता था, या मार दिया जाता था, यह हार औरत के लिए बहुत कीमत रखता था,

पर यहा, औरत का 10 सिक्को में से एक सिक्का कही गिर गया या खो गया था, औरत का पति भी बाहर कही गया हुआ है, इस औरत को चिन्ता है, कि कोई उसे 9 सिक्को के साथ देखेगा, तो क्या कहेगा, लोग तरह तरह के स्वाल  उठाए गे, इसकी इज्जत और सम्मान दाव पर लग चुका था, उस सिक्के को खोजना बहुत  जरूरी था, वो भी अपने पति के आने से पहले, इसने दिया जलाया, और अन्देरे में झाडू को लेकर सफाई करनी शुरू की, 

आख़िर सिक्का मिल गया! इसने अपनी सहेलीयो को बुलाया और एक खुशी से दावत दी,

यह 10 सिक्के 10 हुकम है, अँधेरा पाप है, दिया  पवित्र आत्मा है, जो मदद करता है, जो आपको एहसास और महसूस करवाता है, कि आप खो चुके है, आपको यीसु कि जरुरत है! झाडु परमेश्वर का वचन है, जो मन की सफाई करता है, कूडे करकड को बाहर निकालता है, फिर अच्छी और खोई चीजें नजर आने लगती है! 

आप अपनी ओर देखे कही आप खो तो नही चुके, अभी देर नही हुई, अभी स्वामी (यीसु ) नही आया है, जल्दी से खोई हुई चीजों को खोजे ताकि आप खुशी मना सके, वो आपसे बेहद प्यार करता है!

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