Saturday, November 14, 2015

ABOUT THE JESUS-येशु क्यों आया

येशु अंधों की लाठी नहीं बना, बल्कि उसने उन्हें दृष्टि दी!

येशु लंगडों की बैसाखी नहीं बना...बल्कि उसने उन्हें चलाया!

बीमारों का चिकित्सक नहीं बना... उसने उन्हें चंगाई दी!

वह मुर्दों का जनाज़ा ना बना...उसने मुर्दों को भी ज़िंदा किया!

इंसानी ज्ञान सिखाने वाला नहीं...परमपिता से सत्य लेकर आया!

पापियों को मिटाने नहीं... उनपर प्रेम करने और क्षमा करने आया!

जी हाँ! जो और कोई न कर पाया वह येशु ने किया, क्योंकि वह स्वयं जीवित परमेश्वर है।

वह सामर्थी था फिरभी वह क्रूस पर अर्पण हुआ, केवल इस लिए के वह हमें मृत्यु से छुड़ा सके!
वह जीवित हुआ क्योंकी वह हमें दुबारा जिलाकार अनंत जीवन दिला सके।

येशु मार्ग है जो आप खोज रहे हो।
येशु सत्य है जो आप जानना चाहते हो।
येशु जीवन है जिससे आप वंचित हो।

"येशु कोई धर्म नहीं है,"
"येशु परमेश्वर का इकलौता पुत्र है"
ख्रिश्चन धर्म के पास नहीं, हम कहते है की...
"येशु के पास आओ!
सत्य मांगो, सत्य खोजो, सत्य का द्वार खटखटाओ।"

क्योंकि येशुने कहा है की..
"आप सत्य को जान लोगे। और सत्य तुम्हें मुक्त करेगा।”(यूहन्ना 8:32)

येशुही मुक्त करेगा क्योंकि वह स्वयं सत्य है ।

प्रभु आशीष दें।
आमेन

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