Sunday, January 24, 2016

वचन क्या करता है?

प्रभु यीशु ने कहा तुम वचन और परमेश्वर की सामर्थ्य नहीं जानते इस कारण भूल में पडे हो- (मत्ती 22:29)

वचन से ही हमें जीवन मिलता है- (यूहन्ना 20:31)

वचन हमे पवित्र करता- (यूहन्ना 17:17)

वचन हमारी उन्नति कर सकता है-  (प्रेरि. 20:32)

वचन दिल को खुश करता है- (भजन.19:8)

वचन पाप से दूर करता है- (भजन.119:11)

वचन दिलों को आत्मिक गीतों से भरता है- (कुलु. 3:16)

वचन भविष्य के लिए चेतावनी देता है- (1कुरि.10:11-12)

वचन से ही दुष्ट पर जय पाई जा सकती है- (1यूह.2:14)

वचन ही चँगाई देता है- (मत्ती 8:16)

वचन उद्धार प्राप्त करने के लिए बुद्धिमान बनाता है- (1तीम.3:15)

 वचन प्रभावशाली है- (1थिस्स. 2:13)

वचन हमारे प्राणों का उद्धार करता है- (याकूब 1:21)

वचन अनन्त जीवन के लिए पक्का विश्वास दिलाता है- (1यूह.5:13)

वचन कभी भी टलता नहीं- (मत्ती 24:35)

वचन को खुदा ने अपने बडे नाम से भी अधिक महत्व दिया- (भजन.138:2)

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