सभी भाईयो और बहनो को ? जो प्रभु यीशु मसीह में है! आप सभी को जय मसीह की । हमारे सवरगीय पिता परमेश्वर और दया के सागर प्रभु यीशु मसीह की शान्ति और अनुग्रह अब से लेकर हमेशा - हमेशा के लिये होता रहे ।
‘मैं आनेवाली पीढ़ी के लोगों को तेरा बाहुबल और तेरा पराक्रम सुनाऊं।’—भज. 71:18.
एक अनुभवी मसीही होने के नाते आपके पास कुछ ऐसे मौके हैं, जो दूसरों के पास नहीं हैं। मिसाल के लिए, आप जवानों को वे बातें सिखा सकते हैं, जो आपने इतने लंबे समय के दौरान यहोवा से सीखी हैं। यहोवा की सेवा में आपको जो अनुभव मिले हैं, उन्हें दूसरों के साथ बाँटकर आप उनका हौसला बढ़ा सकते हैं। राजा दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की थी कि उसे ऐसा करने के मौके मिलें जो आज के वचन में दर्ज़ हैं। आपने सालों के दौरान जो बुद्धि हासिल की है, उसे आप दूसरों के साथ कैसे बाँट सकते हैं?
क्या आप कुछ जवानों को अपने घर बुला सकते हैं, ताकि वे हौसला बढ़ानेवाली संगति का आनंद उठा सकें? क्या आप उन्हें अपने साथ प्रचार में ले जा सकते हैं, ताकि वे देख सकें कि आप यहोवा की सेवा में कितने खुश हैं? पुराने ज़माने के एलीहू ने कहा: “जो आयु में बड़े हैं वे ही बात करें, और जो बहुत वर्ष के हैं, वे ही बुद्धि सिखाएं।” (अय्यू. 32:7) प्रेरित पौलुस ने अनुभवी मसीही स्त्रियों को बढ़ावा दिया कि वे अपनी बातों और मिसाल से दूसरों का हौसला बढ़ाएँ। उसने लिखा: ‘बुज़ुर्ग बहनें अच्छी बातों की सिखानेवाली हों। तीतुस-2:3
‘मैं आनेवाली पीढ़ी के लोगों को तेरा बाहुबल और तेरा पराक्रम सुनाऊं।’—भज. 71:18.
एक अनुभवी मसीही होने के नाते आपके पास कुछ ऐसे मौके हैं, जो दूसरों के पास नहीं हैं। मिसाल के लिए, आप जवानों को वे बातें सिखा सकते हैं, जो आपने इतने लंबे समय के दौरान यहोवा से सीखी हैं। यहोवा की सेवा में आपको जो अनुभव मिले हैं, उन्हें दूसरों के साथ बाँटकर आप उनका हौसला बढ़ा सकते हैं। राजा दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की थी कि उसे ऐसा करने के मौके मिलें जो आज के वचन में दर्ज़ हैं। आपने सालों के दौरान जो बुद्धि हासिल की है, उसे आप दूसरों के साथ कैसे बाँट सकते हैं?
क्या आप कुछ जवानों को अपने घर बुला सकते हैं, ताकि वे हौसला बढ़ानेवाली संगति का आनंद उठा सकें? क्या आप उन्हें अपने साथ प्रचार में ले जा सकते हैं, ताकि वे देख सकें कि आप यहोवा की सेवा में कितने खुश हैं? पुराने ज़माने के एलीहू ने कहा: “जो आयु में बड़े हैं वे ही बात करें, और जो बहुत वर्ष के हैं, वे ही बुद्धि सिखाएं।” (अय्यू. 32:7) प्रेरित पौलुस ने अनुभवी मसीही स्त्रियों को बढ़ावा दिया कि वे अपनी बातों और मिसाल से दूसरों का हौसला बढ़ाएँ। उसने लिखा: ‘बुज़ुर्ग बहनें अच्छी बातों की सिखानेवाली हों। तीतुस-2:3
No comments:
Post a Comment